बड़ी खबर। अंकिता हत्याकांड में सोमवार को दाखिल होगी चार्जशीट
उत्तराखंड के अंकिता भंडारी हत्याकांड में एसआईटी ने चार्जशीट तैयार कर ली है। ये चार्जशीट सोमवार को दाखिल कर दी जाएगी।
शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने इस संबंध में जानकारी दी है। एडीजी के मुताबिक इस केस में आरोपियों के खिलाफ तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 302/201/120बी/354क और अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। इस संबंध में एक मजबूत चार्जशीट तैयार की गई है।
अंकिता हत्याकांड में 100 गवाह
जानकारी के अनुसार अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरोपियों के खिलाफ एसआईटी ने 500 पन्नों की चार्जशीट तैयार की है और लगभग 100 गवाह बनाएं हैं।
अब तक नहीं मिला VIP!
अंकिता हत्याकांड की जांच कर रही SIT को अब तक किसी VIP के बारे में जानकारी नहीं मिली है। एडीजी ने लगभग उसी बयान को दोहराया है जो बयान हाल में विधानसभा सत्र के दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन में दिया था। जांच के अनुसार पुलकित के वनंतरा रिजार्ट में कुछ कमरों को वीआईपी सूईट के तौर पर जाना जाता था और इन सूईट्स में रुकने वालों को वीईआपी गेस्ट्स कहा जाता था। एडीजी मुरुगेशन ने भी इसी बयान को दोहराया है।
नहीं मिला अंकिता का मोबाइल
अंकिता हत्याकांड में एसआईटी को अब तक अंकिता का मोबाइल नहीं मिल पाया है। एडीजी ने इस संबंध में जानकारी दी है। हालांकि पुलकित के फोन की जांच की गई है और उससे टेक्निकल एविडेंस कलेक्ट किए गए हैं।
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बुलडोजर किसने चलवाया?
अंकिता ही हत्या के बाद पुलकित के वनंतरा रिजार्ट पर किसके आदेश पर बुलडोजर चला इस सवाल का जवाब अब तक स्पष्ट रूप से नहीं मिल पाया है। रिजार्ट पर किसने और क्यों बुलडोजर चलवाया इस संबंध में पूछे जाने पर एडीजी ने डीएम की रिपोर्ट का हवाला दिया है।
आपको बता दें कि अंकिता ही हत्या के बाद रात में ही रिजार्ट पर बुलडोजर चलवा दिया गया था। यमकेश्वर की बीजेपी विधायक रेणू बिष्ट उस दौरान खुद ही मौके पर मौजूद थीं और फेसबुक लाइव कर रहीं थीं।
हालांकि जब अंकिता हत्याकांड के सबूत मिटाए जाने की बातें होने लगीं तो सभी ने चुप्पी साध ली। बाद में पौड़ी डीएम ने स्पष्ट किया कि उन्होंने बुलडोजर चलवाने का कोई आदेश नहीं दिया था।
नार्को टेस्ट का सहारा
अंकिता हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी अब कुछ और तथ्य उगलवाने के लिए नार्को टेस्ट के सहारे है। दो आरोपियों ने नार्को टेस्ट के लिए अपनी सहमति दे दी है जबकि एक अन्य ने 10 दिनों का समय मांगा था। ये समय 22 तारीख को पूरा हो रहा है। इसके बाद नार्को टेस्ट की तिथि तय हो सकती है।
माना जा रहा है कि वीआईपी के नाम का खुलासा इस नार्को टेस्ट में हो सकता है। इसके साथ ही कुछ अन्य राज भी इस नार्को टेस्ट में खुल सकते हैं।
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