बड़ी खबर। तो आज होगी कांग्रेस विधायकों की गुप्त बैठक?
उत्तराखंड कांग्रेस में फिलहाल अंदरखाने सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा है। अलग अलग सूत्रों के हवाले से जो खबरें आ रहीं हैं उनके मुताबिक आज कांग्रेस के लगभग दस विधायक गुप्त बैठक करने की तैयारी में हैं।
तो क्या आज उत्तराखंड कांग्रेस के विधायकों की गुप्त बैठक होने जा रही है? तो क्या कांग्रेस के विधायकों की आपसी कलह से पार्टी में कोई बड़ा भूचाल आने वाला है?
ये वो सवाल हैं जो इन दिनों उत्तराखंड कांग्रेस से जुड़ी चर्चाओं में सुनने को मिल रहें हैं। विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के दिन अच्छे नहीं चल रहें हैं। हाल ही में नियुक्त हुए प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या को लेकर पार्टी में एकजुटता नहीं दिख रही है।
रास नहीं आया फैसला!
सूत्रों के मुताबिक राज्य कांग्रेस के कई बड़े नेता असहज महसूस कर रहें हैं। करण माहरा अपना विधानसभा चुनाव हार कर आए हैं। इसके बाद भी उन्हे प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी देना कई बड़े नेताओं को रास नहीं आ रहा है।
वहीं नेता प्रतिपक्ष के तौर पर प्रीतम सिंह के स्थान पर यशपाल आर्या को जिम्मेदारी दिए जाने का फैसला भी कई कांग्रेसी नेताओं को समझ नहीं आया है। पिछली विधानसभा में प्रीतम सिंह ने नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी संभाली और माना जा रहा था कि इस बार भी उन्हे ही ये जिम्मेदारी दी जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
सामान्य रूप से यही धारणा थी कि प्रीतम सिंह को नेता प्रतिपक्ष और यशपाल आर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है लेकिन प्रीतम सिंह का सियासी कद कम करना प्रीतम गुट को रास नहीं आ रहा है। प्रीतम सिंह के कई समर्थक सोशल मीडिया में खुलेआम केंद्रीय नेताओं पर निशाने साध रहें हैं।
गुप्त स्थान पर बैठक
वहीं खबरें हैं कि मौजूदा घटनाक्रम से पार्टी के कई नेता और विधायक नाराज चल रहें हैं। कई नेता बुधवार को देहरादून पहुंच रहें हैं। खबरें हैं कि कई विधायक और नेता देहरादून में किसी अज्ञात स्थान पर गुप्त बैठक करने वाले हैं जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
वहीं सोशल मीडिया में पार्टी में टूट की खबरें भी चल रहीं हैं। हालांकि मीडिया से बातचीत में पार्टी के बड़े नेता प्रीतम सिंह ने पार्टी छोड़ने की किसी भी आशंका से साफ इंकार किया है। उन्होंने कहा है कि वो पार्टी छोड़कर कहीं नहीं जा रहें हैं।
आपको याद दिला दें कि हाल ही में प्रीतम सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो पार्टी में गुटबाजी के आरोप लगाए जाने से आहत थे और पार्टी के केंद्रीय नेताओं से जांच की मांग कर रहे थे। प्रीतम सिंह ने ये भी कहा था कि अगर उनके ऊपर गुटबाजी के आरोप सही साबित हुए तो वो इस्तीफा देने के लिए भी तैयार हैं।
फिलहाल आज सभी की नजरें कांग्रेस के विधायकों पर लगी हुईं हैं। क्या आज कांग्रेस के विधायक कोई गुप्त बैठक करते हैं? उनकी आगे की रणनीति क्या होगी? या फिर पार्टी के नए अध्यक्ष उन्हें मनाने में कामयाब हो जाते हैं।